वेलेंटाइन संविधान

के लिये
भारत

वैलेण्टाइन संविधान के बारे में

वैलेण्टाइन संविधान हमारे देश को उन बहुराष्ट्रीय एकाधिपतियों व अपराधियों से आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने में सक्षम बनाता है जो हमारे राजनेताओं को अपने प्रभाव में लेकर उनका उपयोग करते हुये हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे प्राकृतिक संसाधनों और हमारे जीवन तक पर अपना अपना आधिपत्य जमा लेते हैं। फलस्वरूप वे (बहुराष्ट्रीय एकाधिपति व अपराधी) तो धनी से और धनी बनते जाते हैं और हम आम नागरिक ग़रीब से और ग़रीब होते चले जाते हैं।

केवल विधि-निर्माण ही क़ानूनों को बदल सकता है और जनता को अपनी सरकार व अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण दिला सकता है।

वैलेण्टाइन संविधान एक ही राष्ट्रीय-विधान में सभी मुद्दोंसभी समुदायों को समाहित करता है। यह एक ऐसा राष्ट्रव्यापी समझौता है जो उन मुद्दों को गौण बना देता है जो आपको कम महत्वपूर्ण लगते हैं, और इस तरह आपको वही सब कुछ मिलता है जो कुछ भी आप को सबसे अधिक चाहिये होता है।

इस तरह से अब सभी प्रकार के मतदाता व सभी समुदाय एक समान लक्ष्य पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुये, औपचारिक अनुसमर्थन के द्वारा अपनी बिखरी हुई शक्ति को संगठित कर सकते हैं, जिससे आम लोगों को इतनी शक्ति प्राप्त हो जायेगी कि वे राजनेताओं को इसी समान लक्ष्य की प्राप्ति के लिये विवश कर सकें, या स्वयं ही एक नया संविधान बनाने के लिये मतदान कर सकें।

जब हर देश अपनी आर्थिक आत्म-निर्भरता व अपनी विशिष्ट संस्कृति का संरक्षण करने के लिये एक नये संविधान को अंगीकार करने लगेगा तो दुनिया के कई देश एक दूसरे को समर्थन व सहायता भी देने लगेंगे।

वैलेण्टाइन संविधान के बारे में
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वैलेण्टाइन संविधान हमारे देश को उन बहुराष्ट्रीय एकाधिपतियों व अपराधियों से आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने में सक्षम बनाता है जो हमारे राजनेताओं को अपने प्रभाव में लेकर उनका उपयोग करते हुये हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे प्राकृतिक संसाधनों और हमारे जीवन तक पर अपना अपना आधिपत्य जमा लेते हैं। फलस्वरूप वे (बहुराष्ट्रीय एकाधिपति व अपराधी) तो धनी से और धनी बनते जाते हैं और हम आम नागरिक ग़रीब से और ग़रीब होते चले जाते हैं।

केवल विधि-निर्माण ही क़ानूनों को बदल सकता है और जनता को अपनी सरकार व अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण दिला सकता है।

वैलेण्टाइन संविधान एक ही राष्ट्रीय-विधान में सभी मुद्दोंसभी समुदायों को समाहित करता है। यह एक ऐसा राष्ट्रव्यापी समझौता है जो उन मुद्दों को गौण बना देता है जो आपको कम महत्वपूर्ण लगते हैं, और इस तरह आपको वही सब कुछ मिलता है जो कुछ भी आप को सबसे अधिक चाहिये होता है।

इस तरह से अब सभी प्रकार के मतदाता व सभी समुदाय एक समान लक्ष्य पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुये, औपचारिक अनुसमर्थन के द्वारा अपनी बिखरी हुई शक्ति को संगठित कर सकते हैं, जिससे आम लोगों को इतनी शक्ति प्राप्त हो जायेगी कि वे राजनेताओं को इसी समान लक्ष्य की प्राप्ति के लिये विवश कर सकें, या स्वयं ही एक नया संविधान बनाने के लिये मतदान कर सकें।

जब हर देश अपनी आर्थिक आत्म-निर्भरता व अपनी विशिष्ट संस्कृति का संरक्षण करने के लिये एक नये संविधान को अंगीकार करने लगेगा तो दुनिया के कई देश एक दूसरे को समर्थन व सहायता भी देने लगेंगे।

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वैलेण्टाइन संविधान हमारे देश को उन बहुराष्ट्रीय एकाधिपतियों व अपराधियों से आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने में सक्षम बनाता है जो हमारे राजनेताओं को अपने प्रभाव में लेकर उनका उपयोग करते हुये हमारी अर्थव्यवस्था, हमारे प्राकृतिक संसाधनों और हमारे जीवन तक पर अपना अपना आधिपत्य जमा लेते हैं। फलस्वरूप वे (बहुराष्ट्रीय एकाधिपति व अपराधी) तो धनी से और धनी बनते जाते हैं और हम आम नागरिक ग़रीब से और ग़रीब होते चले जाते हैं।

केवल विधि-निर्माण ही क़ानूनों को बदल सकता है और जनता को अपनी सरकार व अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण दिला सकता है।

वैलेण्टाइन संविधान एक ही राष्ट्रीय-विधान में सभी मुद्दोंसभी समुदायों को समाहित करता है। यह एक ऐसा राष्ट्रव्यापी समझौता है जो उन मुद्दों को गौण बना देता है जो आपको कम महत्वपूर्ण लगते हैं, और इस तरह आपको वही सब कुछ मिलता है जो कुछ भी आप को सबसे अधिक चाहिये होता है।

इस तरह से अब सभी प्रकार के मतदाता व सभी समुदाय एक समान लक्ष्य पर अपना ध्यान केन्द्रित करते हुये, औपचारिक अनुसमर्थन के द्वारा अपनी बिखरी हुई शक्ति को संगठित कर सकते हैं, जिससे आम लोगों को इतनी शक्ति प्राप्त हो जायेगी कि वे राजनेताओं को इसी समान लक्ष्य की प्राप्ति के लिये विवश कर सकें, या स्वयं ही एक नया संविधान बनाने के लिये मतदान कर सकें।

जब हर देश अपनी आर्थिक आत्म-निर्भरता व अपनी विशिष्ट संस्कृति का संरक्षण करने के लिये एक नये संविधान को अंगीकार करने लगेगा तो दुनिया के कई देश एक दूसरे को समर्थन व सहायता भी देने लगेंगे।

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